नव जीवन हो तुम नव तरंग
नव वेला में हो नव उमंग
पुष्पों से सजे इन हृदयों में
आज तुम्हारा स्वागत है..
हे विदित तुम्हारा स्वागत है..
नव चक्षु में नव ज्योति है
कर कमलों में नव शक्ति है
तुम्हें देख चूम के हर दिशा
बस गीत तुम्हारे गाती है
आशीषों से नहलाते हैं
और फिर से हम दोहराते हैं
कि आज तुम्हारा स्वागत है..
हे विदित तुम्हारा स्वागत है..
नयनों में तुम बस जाते हो
जब प्यारा सा मुस्काते हो
बाँहों में तुम्हें झुलाएं जो
प्रिय रुदन से हमें रिझाते हो
जब ह्रदय से तुम्हें लगाते हैं..
आशीषों से नहलाते हैं
और फिर से हम दोहराते हैं
कि आज तुम्हारा स्वागत है..
हे विदित तुम्हारा स्वागत है..
शत वर्ष तुम्हारी आयु हो
हर ख़ुशी तुम्हारी साथी हो
सब लोग तुम्हारा गान करे
मान करें सम्मान करें
हे प्रभु के नव उपहार तुम्हें
आशीषों से नहलाते हैं
और फिर से हम दोहराते हैं
कि आज तुम्हारा स्वागत है..
हे विदित तुम्हारा स्वागत है..